चिंतामण गणेश मंदिर में अनेक प्राचीन परंपराओं का पालन होता है। भक्त मंदिर के पीछे स्वास्तिक बनाते हैं—यह मान्यता है कि सीधा स्वास्तिक मनोकामना पूरी होने के बाद बनाया जाता है। शादी जैसे शुभ कार्य से पहले लग्न पत्रिका भगवान को समर्पित की जाती है। रक्षाबंधन पर महिलाएं भगवान गणेश को राखी भेंट करती हैं। रक्षा सूत्र बांधने और पूर्ण होने पर इसे खोलने की परंपरा भक्तों में गहरी श्रद्धा और विश्वास को दिखाती है।